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बुधवार, मार्च 18, 2020
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मामला-कोरोना वायरस महामारी घोषित होने के बाबजूद भी शासन के आदेश का पालन नही
कई प्राइवेट विद्यालयो में शिक्षा विभाग के मना करने के बाबजूद धड़ल्ले से सम्पन्न हो रही परीक्षा
मासूमों बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं प्राइवेट स्कूल संचालक
हरपालपुर-कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में छाया हुआ है।वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने इस वायरस को लेकर एडवाइजर जारी कर दिए है।वही दिल्ली एनसीआर से लेकर हर प्रदेश में स्कुल व कालेज बन्द करने के अलावा सार्वजनिक स्थान और आयोजन रद्द किए जा रहे है।इसी क्रम में मध्यप्रदेश शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए स्कूल व कालेज बन्द करने का फैसला किया है।बता दे मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकारी और निजी स्कूल बंद करने का फैसला किया गया है।लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशों का पालन न करते हुए हरपालपुर में प्राइवेट स्कूलो में परीक्षा करवाई जा रही है।शासन के आदेश के विपरीत आधा दर्जन से ज्यादा प्राइवेट विद्यालय शासन के आदेश न मानते हुए छोटे छोटे बच्चों की अपने स्कूल परिसर में वार्षिक परीक्षा संचलित करवा रहे है।जब इस मामले को गम्भीरता से देखते हुए मीडियाकर्मी ने बच्चे जमीन पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे जब मीडिया कर्मी ने कैमरा चलाया तो शिक्षक ने कैमरा चलाने से मना कर दिया। शिक्षक ने कहा कल से परीक्षा नही करवाई जाएगी आज हो जाने दो।स्कूलों में परीक्षा होते मिली।इस मामले पर तहसीलदार से बात की गई तो उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से बात करने की बात कही गई।अगर ऐसा हो रहा है तो उन स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
कोरोना वायरस से बचने के लिए शासन के द्वारा जारी हेल्थ एडवाईजरी आदेश का पालन नगर में संचालित प्राइवेट विद्यालय नही कर रहे है कोई पालन।स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा 13 मार्च से 15 मार्च तक को जारी एडवाइजरी में पांचवी,आठवी,एवं दसवीं,बाहरवी की परीक्षा को छोड़कर किसी भी प्रकार के शिक्षण कार्य नही करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन नगर के आधा दर्जन से अधिक बच्चो के स्वास्थ्य की कोई चिंता नही है।और वह शासन के आदेशों को न मानते हए अपने अपने स्कूलों की परीक्षा आयोजित करवाने में व्यस्त है।बच्चो के स्वास्थ्य एवं शासन के आदेश का पालन हो रहा है य नही इस मामले की पड़ताल करने मीडिया की टीम ने सोमवार को कपासमिल कालोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में दोपहर में हरपालपुर में कई स्कूलों में परीक्षा आयोजित होती नजर आई।शिक्षा विभाग के आदेशों की प्राइवेट स्कूल खुलेआम उड़ा रहे धज्जियां,प्रशासन बेखबर पहले से वादों में घिरा शक्ति राज स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशो का रहा उल्लघंन।देश भर में व मध्यप्रदेश शिक्षा मडंल भोपाल द्वरा शासकीय व प्राइवेट स्कूलों व संस्थाओं के अवकाश घोषित किए हैलेकिन नियम को ताक में रखकर धज्जियां उड़ा रहे स्कूल संचालक।
मिली जानकारी के मुताबिक नगर में बुधवार को करीबन 9 बजे के लगभग शिक्षक कॉलोनी में स्थित शक्तिराज मेमोरियल पब्लिक स्कूल अपनी मनमानी के चलते नर्सरी से कक्षा 4 वी तक परीक्षा आयोजित करवाई जा रही वही शिक्षा विभाग ने पूरे मध्यप्रदेश में अवकाश घोषित किए वही स्कूलों में नोटिस भी दिए गए फिर भी स्कूल संचालक परीक्षा करवा रहे है।
पहले से से इंग्लिशमेडियम शक्तिराज मेमोरियल पब्लिक स्कूल पहले विवादों के घेरे में है। फिर भी शिक्षा विभाग की धज्जियां उड़ा रहे है।
आधा दर्जन से ज्यादा स्कूलों में परीक्षा आयोजित हुई जिसमें से स्कूल में पड़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हुए परीक्षा करवाते हुए मिले जबकि आदेशो के अनुसार मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षा 10वी व 12 वी की परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएगी। मध्यप्रदेश बोर्ड माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश की साल 2020 की हाई स्कूल सर्टीफिकेट (कक्षा10 वी)परीक्षा 27 मार्च 2020 तक चलेगी।जबकि (12वी)परीक्षा इन्टरमीडियम की बोर्ड परीक्षा 31 मार्च 2020 तक चलेगी साथ ही पांचवी व आठवी की परीक्षाएं भी निर्धारित समय सारणी के अनुसार की जाएगी।जब इस मामले की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को फोन करके सुनाने की सोची तो अधिकारी ने फोन रिसीव नही किया।
इनका कहना है-
जिला कलेक्टर छत्तरपुर
शीलेन्द्र सिंह से बात हुई तो उनका कहना है अगर शिक्षा विभाग के आदेशों का उल्लंघन स्कूल संचालक कर रहे है तो में फौरन जिला शिक्षा अधिकारी से बात करता हु अगर ऐसा होता पाया गया तो स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्यवाही करवाई जाएगी
इनका कहना है
एसडीएम नौगांव वी.वी गंगेले मुझे आपके द्वारा सूचना मिली है अगर नगर में शिक्षा विभाग के आदेश जारी होने के बाद भी परीक्षा आयोजित हो रही है तो में जिला शिक्षा अधिकारी से बात करकर कार्यवाही करवाऊँगा।
इनका कहना है
तहसीलदार भानुप्रताप सिंह का कहना है कोरोना वायरस के सम्बंध में माध्यमिक शिक्षा विभाग के द्वारा आदेश किया गया है मासूम बच्चों की परीक्षाओं में प्रतिबंध लगाया गया है अगर अशासकीय विद्यालय में परीक्षा चल रही है तो में जिला शिक्षा अधिकारी से बात करके उन स्कूल संचालको के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।।।।
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