देश के अन्नदाता परेशान। खरीदी केंद्र में व मंडी परिसर में नीलामी के समय सोशल डिस्टेंसिंग का नही हो रहा पालन।

बुन्देली न्यूज़,
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अन्नदाता परेशान। खरीदी केंद्र में व मंडी परिसर में नीलामी के समय सोशल डिस्टेंसिंग का नही हो रहा पालन।

गेहूं खरीदी केंद्र पर रिजेक्ट और न ही मंडी में नीलाम हो सका किसानों का गेहूं। 

हरपालपुर। नगर में शासकीय गेहूं खरीदी केंद्र पर सर्वेयर द्वारा अधिकांश गेहूं को रिजेक्ट किए जाने के कारण किसान अपना गेहूं मंडी में लाकर नीलामी के लिए रखता है लेकिन कृषि उपज मंडी समिति द्वारा गेहूं की नीलामी नहीं होने के कारण और किसानो को शासकीय गेहूं खरीदी  केंद्र पर गेहूं रिजेक्ट हो जाने पर किसानों का कहना है आखिर हम अपना गेहूं लेकर कहां जाएं सर्वेयर द्वारा गेहूं को रिजेक्ट कर दिया जाता है और मंडी में नीलामी गेहूं की नहीं कि जाने के कारण व्यापारियों द्वारा किसानों का गेहूं ओने पौने दामों पर खरीद कर किसानों का शोषण किया जा रहा है इस संदर्भ वरिष्ठ अधिकारियों को भी सूचित किया गया है और वह मौके पर पहुंचकर बार-बार समिति
 प्रबंधकों और सर्वेयर को हिदायत भी दे रहे हैं लेकिन मंडी समिति के प्रबंधकों का कहना है कि सर्वेयर के द्वारा गेहूं पास होने के बाद ही गेहूं की हम खरीदी कर सकते हैं जबकि गेहूं को छानने के लिए वहां यंत्र उपस्थित है लेकिन  सर्वेयर का कहना है कि गेहूं में जवा की छुटकी होने के कारण उसे रिजेक्ट किया जा रहा है। किसान इस बात से परेशान है कि वह अपनी उपज को लेकर व्यापारियों के हाथों शोषण किया जा रहा है और शासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है इसलिए किसान दोनों ओर से मारा जा रहा है कुछ किसानों का कहना है जैसै सूरज सिंह रगोली, भज्जू राजपूत परेथा द्वारा आरोप लगाया गया है कि रात्रि में कृषि उपज मंडी समिति  द्वारा आधार एवं जोत बही की किताब को मंगवा लिया गया था लेकिन सुबह मना कर दिया गया कि किसानों की गेहूं की खरीदी नहीं की जाएगी उन्हें शासकीय गेहूं खरीदी केंद्र पर अपना गेहूं बेचना होगा  आखिर किसान जाए तो जाए कहां  व्यापारियों द्वारा इसका लाभ उठाकर किसानों का शोषण किया जा रहा है।
खरीदी केन्द्र पर मंडी परिसर में  कोरोना गाइड लाइन का पालन का करना अनिवार्य है लेकिन मंडी परिसर में शासन के नियमों की अनदेखी की जा रही है और न ही मंडी परिसर में किसानों को हाथ साफ के लिए न तो साबुन व और न ही सेनेटाइजर रखा गया और सोशल डिस्टेंसिंग का का ध्यान  नही रखा जा रहा है
उपार्जन केन्द्र पर पहुंचे किसानों और केन्द्र पर कार्यरत व मंडी में व्यापारियों द्वारा किसान की उपज की नीलामी करते समय कर्मचारियों के मध्य न्यूनतम 1 मीटर की दूरी बनाए रखना होगी। इसके लिए काउंटर के सामने तीन-तीन मीटर की दूरी पर चूने के गोले बनाए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। गुणवत्ता परीक्षक, नोडल अधिकारी, उपार्जन प्रभारी, ऑपरेटर और हम्मालों को मास्क का उपयोग करने के साथ ही समय-समय पर सेनेटाईजर अथवा साबुन से हाथ साफ कराने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। केन्द्रों पर पहुंचने वाले किसानों से घर पर बना हुआ कपड़े का स्वच्छ मास्क अथवा गमछे का उपयोग करने की अपील भी की गई । लेकिन कृषि उपज मंडी परिसर में    बुधवार की सुबह इसका नजारा कुछ और दिखा और किसान एक जगह भीड़ में एकत्र व झुंड बनाकर बैठे रहे। और बिना माक्स लगाए हुए मंडी परिसर में मौजूद रहे।

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