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शनिवार, मई 16, 2020
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एक मजदूर परिवार ने करीब 600 किलोमीटर का सफर 5 दिन और 5 रातों में तय किया
रात के अंधेरे और दिन के उजाले में जुगाड़ का रिक्शा चलाते हुए एक मजदूर परिवार ने करीब 600 किलोमीटर का सफर 5 दिन और 5 रातों में तय किया. तब जाकर परिवार अपने घर वापस पहुंच पाया. मजदूर ने अपनी पत्नी, तीन बच्चों के साथ घर-गृहस्थी का पूरा सामान जुगाड़ कर रिक्शे पर रखा था. इस मजदूर ने कभी सोचा भी नहीं था कि उसे इस तरह कभी रिक्शा लेकर महानगरों की दौड़ती-भागती जिंदगी से वापस सन्नाटे में पसरे अपने गांव लौटना होगा.
प्रवासी मजदूरों की अस्पताल में जांच के लिए उमड़ी भीड़ । तेज धूप से बचने के लिए चप्पलों की लगा दी लाइन।
लॉकडाउन में में पैदल चलकर व साइकिल से व निजी वाहन से हजारों सैकड़ो की संख्या में अधिक मजदूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अपना इलाज व जांच कराने के लिए सुबह से लाइन लगाकर खड़े हो गए । लेकिन तेज धूप के कारण लोगों ने इस चिल चिलाती धूप से बचने के लिए व सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए चप्पलों की लाइन लगा दी।
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