लॉकडाउन में काम काज ठप्प होने से लोगों को सता रही बिजली बिलों की चिंता।
लॉकडाउन में भारी-भरकम बिजली के बिल अब दे रहे झटका।
लॉक डाउन में बिजली विभाग 1500 से 3000 रुपये से अधिक राशि के बकाया उपभोक्ताओं के काट रहा विद्युत कनेक्शन।
विश्वव्यापी आपदा में बिजली विभाग काट रहा विद्युत कनेक्शन।
आम आदमी को एक तरफ विश्वव्यापी आपदा ने सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया वही दूसरी तरफ सरकार मुँह फेर रही है।
बिजली बिलों पर सरकार की चुप्पी क्यों नही टूट रही।
हरपालपुर। कोरोना लॉकडाउन की मार से देश का कोई वर्ग अछूता नही बचा है। इसका सबसे अधिक प्रभाव शहरों व कस्बों में रहने वाली जनता पर पड़ा है । बिजली लोगों के जीवन मे ऐसी आवश्यक जिंस बन गई है जिसके बिना काम नही चल सकता। कोरोना के कारण नगर के निवासी भी अपने घरों में कैद रहे और इनके फलस्वरूप मार्च के अंतिम सप्ताह के बाद से घरों में बिजली का खर्च कुछ अधिक बढ़ गया जो न तो मजदूरों की श्रेणी में आते है और न ही गरीबों की।सरकार ने मध्यम वर्ग का क्या पैमाना बना रखा है। उसके अंतर्गत कितने लोगों को क्या सहायता मिलती उसका कोई विवरण उपलब्ध नही है।नगर के लोगों ने अपेक्षा की थी कि राहतों के सैलाब में उनको कम से कम बिजली बिलों में राहत दे दी जाएगी परंतु यहाँ उल्टी गंगा बाह रही है।बिजली उपभोक्ताओं को इस महीने बिल का मैसेज आते ही झटका लग रहा है। ग्रामीण व शहरी उपभोक्ताओं को इस बार भारी भरकम बिल का मैसेज मिला। पिछले महीने जिन उपभोक्ताओं को 100 व 200 रुपये या इससे भी कम के बिल मिले थे, उन्हें इस महीने हजार रुपये से भी अधिक के बिल आ रहे हैं। कुछ का तो 2 हजार से भी अधिक का बिल आया है। कोरोना वायरस में पर काबू पाने के लिए लगाए गए लगभग दो महीने के लॉक डाउन ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है और ऐसे में मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है जिसे न तो सरकार ने किसी तरह की राहत दी है और न ही उसके काम धंधे और छोटे रोजगार चल सके। यही वजह है कि अब मध्यम वर्ग का भरण पोषण भी मुश्किल हो रहा है। इस लॉक डाउन में अधिकांश उपभोक्ता बिजली बिल जमा नही कर पाए अब बिजली विभाग बकाया बिजली बिलों की बसूली को लेकर उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जा रहे है लॉक डाउन में। लोग घरों में रहकर शासन के निर्देशों का पालन कर रहे वहीं आसमान से बरसती आग से घर मे दुबके रहते है और ऐसे में आम आदमी के बकाया बिजली बिल होने से विद्युत विभाग लाइट के कनेक्शन काट रहा है। ऐसी आपदा की घड़ी में कहाँ जाए आम आदमी।
पिछले तो महीने बिजली के 80 फीसदी उपभोक्ताओं ने बिजली के बिल जमा नही कर पाए थे ऐसे में अब विद्युत विभाग को पिछले तीन महीने में 80 फीसदी उपभोक्ताओं के बिजली के बिल जमा न होने के कारण अब विभाग को पसीना आ रहा है। विभाग ने उपभोक्ताओं से बकाया बिजली बिलों को जमा करवाने की हिदायत दी है और अपील की है कि असुविधा से बचने के लिए ऑनलाइन या कार्यालय आकर बिजली बिल जमा कर सकते है। बिजली बिल जमा नही करने पर बकाया बिजली बिलों के उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन काट दिए जाएंगे।
बुन्देली न्यूज़
हरपालपुर