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गुरुवार, मई 28, 2020
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गाँव को कोरोना से बचाने के लिए ग्रामीण युवाओं की पहल हुई कामयाब।
क्यों मूकदर्शक बनी बैठी हरपालपुर पुलिस। लॉक डाउन में दिन दहाड़े हो रहीअवैध शराब की गांवों में सप्लाई।
ग्रामीण युवाओं की पहल के चलते पकड़ी गई अवैध शराब।
हरपालपुर। कोरोना संकट काल मे गांव में शराब माफिया लगातार आसपास के सभी ग्रामीणों में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से कर रहे हैं इसी तारतम्य आज गुरुवार की दोपहर 12.30 बजे ग्राम सरसेड़ में शराब की पेटियाँ बाइक पर रखकर धड़ल्ले से सप्लाई कर गांव बेचने के लिए ले जा रहे युवकों को गांव के ग्रामसेवी युवाओं ने पकड़ा । इस बीच बिगत दिन पहले पास के गांव कैथोकर में 4 कोरोना पॉजिटिव केस मिलने से कैथोकर गांव को कंटेन्मेंट एरिया घोषित किया गया था गांव को पूरी तरह से सील किया गया है और गांव में किसी भी प्रकार की किसी की भी आवाजाही पर पूर्णतः प्रतिबंध शासन द्वारा लगा दिया गया है। कैथोकर में कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के संपर्क में सरसेड़ गांव के 2 लोगों को गांव में ही बनाये गए क्वारेंटाइन सेंटर क्वारन्टीन किया गया इसी की वजह गांव के युवाओं ने बाहरी लोगों की आवाजाही व गांव से निकलने वाले प्रत्येक राहगीरों की निगरानी की जा रही है। कैथोकर गांव के लोग पहाड़ व खेतों में बनी पगडंडियों के रास्ते से होकर गांव सरसेड़ होते हुए हरपालपुर पहुँच रहे है इसलिए युवाओं ने इस महामारी से गांव को बचाने का बीड़ा उठाया है। की यह बीमारी गांव में कोई कोरोना लेकर न आ सके। कोरोना महामारी के चलते गांव के बाहर कुछ युवाओं व सामाजिक ग्रामीण द्वारा यह बीड़ा उठाया गया यह देखने के लिए की कोई बाहरी असामाजिक तत्व गांव में घुसकर इस महामारी को फैला न दें जिसके लिए ग्रामीणों द्वारा ग्राम के ही बाहर एक बेरियल नामा यानी चेकपोस्ट बाहर से आए हुए लोगों की निगरानी की जाती है। ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से शराब की सप्लाई कर रहे लोगों को युवाओं द्वारा समझाइश भी दी गई लेकिन इसके बावजूद भी लेकिन शराब कारोबारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि खुलेआम आज गुरुवार को करीब दोपहर 12:30 बजे मना करने के बाद भी दोबारा गांव में ग्राम सरसेड में अवैध शराब लेकर जा रहे युवक को शराब की 2 पेटी सहित ग्रामीणों ने धर दबोचा ग्रामीणों की जागरूकता से शराब माफिया में मची खलबली
यह सोचने वाली बात है कि जहां करोना महामारी के चलते देश संकट की घड़ी से गुजर रहा है वहीं यह शराब माफिया प्रशासन और पुलिस से मिलकर अपना कारोबार धड़ल्ले से चला रहे हैं। गांव में दो लोगों को
क्वारेंटाइन सेंटर में क्वारन्टीन भी किया गया इसके बावजूद प्रशासन के व पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है। कलेक्टर के निर्देशों की जा रही अनदेखी। ग्रामीण युवाओं ने इस पहल का बीड़ा नही उठाया होता तो गांव में धड़ल्ले से सप्लाई होती रहती अवैध शराब।
बुन्देली न्यूज़
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