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गुरुवार, जुलाई 23, 2020
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नौगाँव-आकाशीय बिजली गिरने से 1 महिला की हुई मौत 1 गंभीर घायल जिला अस्पताल रिफर !
नौगाँव में बुंदेलखंड गौशाला की जमीन पर पिपरमेंट लगाने के दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई जबकि एक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया कल अचानक आकाशीय बिजली गिरने से हुई इस घटना से जहां मृतक के परिजनों में हाहाकार मचा हुआ है वहीं बुंदेलखंड गौशाला के प्रबंधन पर परिजनों ने लापरवाही के भी आरोप लगाए हैं !
नौगाँव से लगी बुंदेलखंड गौशाला में कल दोपहर के समय पिपरमेंट की गुड़ाई कर रही दो महिलाओं पर अचानक आकाशीय बिजली गिराने से घायल हो गई और एक महिला ने खेत पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया महिला के परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि यदि सही समय पर महिलाओं को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो उनकी जान बच जाती लेकिन बुंदेलखंड गौशाला प्रबंधन की लापरवाही के कारण एक महिलाओं की जान गई है और एक महिला जिंदगी से जंग लड़ रही है बुंदेलखंड गौशाला में गायों के लिए दाना पानी उगाने के लिए 84 एकड़ जमीन लगी हुई है लेकिन यहां की कमेटी के द्वारा गायों के लिए दाना पानी ना उगाकर बल्कि व्यवसायिक लाभ के लिए इस जमीन का इस्तेमाल किया जा रहा है और गायों के नाम पर खोली गई इस गौशाला में गायों को भूखा रखकर प्रबंधन के पदाधिकारी अपनी जेब भरने में जुटे हुए हैं गौशाला प्रबंधन के अनुसार रजिस्टर में जो लेख है उसमें 500 से अधिक गाय गौशाला के नाम दर्ज हैं जबकि गौशाला में मात्र 40 से 50 गाय ही रह रही हैं और उनके लिए ही गौशाला प्रबंधन दाना पानी की व्यवस्था बड़ी मुश्किल से करता है
गौशाला की जमीन पर आखिर क्यों हो रही व्यवसायिक फसलें !
बुंदेलखंड गौशाला में लगी 84 एकड़ शासकीय भूमि पर गौशाला प्रबंधन कमेटी के द्वारा व्यवसायिक फसलों का उत्पादन किया जा रहा है फसलों का न तो गायों के लिए कोई फायदा रहता है बल्कि यहां पर उगाई जा रही फसलों से आने वाली इनकम गौशाला प्रबंधन के पदाधिकारियों की जेब में भर रही है गौशाला प्रबंधन द्वारा 84 एकड़ जमीन में हर साल लाखों रुपए की फसल उगाई जाती है लेकिन न तो इन फसलों से आने वाली इनकम का पता चलता है और न ही गौशाला प्रबंधन द्वारा इसका ठीक ढंग से लेखा जोखा रखा जाता है बल्कि गायों के नाम पर शासन को चूना लगाकर हर वर्ष लाखों रुपए की राशि भी शासन से प्राप्त कर ली जाती है और फर्जी बिल लगाकर गोल मोल भी कर दी जाती है !
प्रशासनिक व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आखिर प्रशासन की नाक के नीचे कैसे हो रही धांधली !
गौशाला से लगी इस जमीन में हर वर्ष लाखों रुपए की हो रही धांधली के बीच प्रशासनिक व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आ गई है प्रशासनिक अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे रहते हैं और गौशाला प्रबंधन कमेटी के द्वारा हर वर्ष लाखों रुपए की धांधली कर दी जाती है सवाल उठता है क्या जिम्मेदार अधिकारी कभी इस गौशाला की मॉनिटरिंग करने जाते हैं या नहीं और अगर जाते हैं तो इन व्यवसायिक फसलों को क्यों नहीं देख पाते या देख कर भी अनदेखा कर देते हैं खैर मामला जो भी हो लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत इस पूरे मामले में चली आ रही है जिसके कारण गौशाला प्रबंधन के द्वारा लगातार हर वर्ष लाखों रुपए की फसल गायब कर दी जाती है और जो कागजों में आती भी है उन्हें भी फर्जी बिल लगाकर गोल मोल कर दिया जाता है इस पूरे मामले में नौगाँव तहसीलदार भानुप्रताप सिंह का कहना है कि गौशाला में पिपरमेंट लगाने के दौरान एक महिला की आकाशीय बिजली गिरने से मौत का मामला संज्ञान में आया है पूरे मामले में प्रकरण बनाकर शासन से मिलने वाली सहायता के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और व्यवसायिक फसलों के संबंध में भी जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्यवाही की जाएगी जबकि इस पूरे मामले में मृतक के पति ओमप्रकाश का कहना है कि गौशाला प्रबंधन की लापरवाही के कारण उनकी पत्नी की जान गई है बिजली गिरने के 1 घंटे बाद तक कोई मौके पर नहीं आया यदि समय पर उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो शायद महिला की जान बच जाती ...
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