दो सिपाही + चरस + 40 हजार + ब्लेंक चेक = पुलिस का घिनोना करतूत

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दो सिपाही + चरस + 40 हजार + ब्लेंक चेक = पुलिस का घिनोना करतूत 
- जानलेवा नशा बेचने वाला शिकंजे मे होता, पर गोलमाल है सब गोलमाल 
(धीरज चतुर्वेदी बुन्देली न्यूज़)
इंतज़ार रामराज्य का है,  पर हो रहा है सबकुछ गोलमाल। छतरपुर कोतवाली के दो सिपाहियों जी का एक कारनामा चाय कि सुर्खियों के साथ चर्चा मे। थाने कि सीमा कि मर्यादा को लाँघ कर दो सिपाहीजी वो कारनामा कर दिखाया है जो उनकी हिम्मते काबिल तारीफ है। चर्चाये तो है कि कोतवाल सहित सभी के संज्ञान मे नशे माफिया से वसूली का मामला ज्ञान मे है। फिर क्यो खाकीवर्दी कि अस्मत लूट बदनामी का कलंक चस्पा कर रहे है, क्या मकड़ी का जाल है जिसमे पर्दे के पीछे सबकुछ हो जाता है। 
होले होले के बाद गली मुहल्लों कि दुकानों और अब आम चर्चा का विषय है कि बीती 30 जुलाई कि रात्रि जो कोतवाली मे तैनात दो सिपाही जी ने किया वह पूरे पुलिस अमले को चुनौती है। बताते है कि ओरछा थाना क्षेत्र के इलाके ट्रांसपोर्ट नगर के सामने एक वाहन मिस्त्री के पास चरस कि खेप पकड़ी जाती है। थानो कि सीमा लाँघ कोतवाली पुलिस के दो सिपाहीजी किसी कार कि दिग्गी से मच्छर मारने वाली दवाई कि लिक्विड डिब्बी मे भरी चरस कि खेप पकड़ते है। इस मिस्त्री को वीराने मे ले जाकर मारपीट कर उससे 40 हजार नगदी की वसूली कर लेते है और दो लाख का एक ब्लेंक चेक भी साइन करा लेते है। यानि आने वाली पीढ़ी को तबाह करने वाले से सौदा हो जाता है। आश्चर्यजनक लेकिन चर्चा मे सत्य का समावेश के दर्शन देखे तो घोर हैरान करने जैसा है। चर्चाओं मे कहा जाता है कि इस पूरे मामले कि खबर शहर कोतवाल सहित अन्य स्टॉफ मे भी सरगर्म है। उच्च पुलिस अधिकारियो तक यह मामला क्यो नहीं पंहुचा, यह भी गोलमाल को ओर गोलमाल कर देता है। शहर मे नशा या मौत बाटने वाले इस वाहन मिस्त्री के पूरे गिरोह का पर्दाफाश होना था लेकिन पुलिस को मिलते अधर्मी सौगात मे स्वाहा हो गया, यह संवेदनाशील है। कल्पना रामराज कि है पर नशे के सौदागर मौत कि हर रोज दिवाली मनाते है। सवाल है कि क्यो खाकी बदनाम हो रही है, कलंकित हो रही है जब एक पुलिस कप्तान सामुदायिक पुलिस यानि खाकी कि छवि सुधारने समाज के हर अंग के साथ खड़ा दिखता हो। क्या बदनाम करने कि साजिश घूसखोर तंत्र सुनोयोजित कर रहा। चर्चाओं मे कितनी सत्यता है, जाँच का गंभीर विषय है।

( छतरपुर मप्र / धीरज चतुर्वेदी )
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