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शनिवार, अगस्त 29, 2020
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तहसीलदार सहित खाद्य विभाग ने मारा धर्मकांटा पर छापा
पीडीएस गेहूं का अवैध रूप से स्टॉक कर बेचने की मिली थी सूचना
हरपालपुर। शासकीय अनाज की कालाबाजारी करने के लिये नये नये तरीके कर्मचारी निकल लेते है और शासकीय राशन की कालाबाजारी करके कमाई करते है। अभी तक तो राशन की दुकानों से पीडीएस के गेहूं बेचने की सूचना आती थी लेकिन अब यह खेल वहां चल रहा था जहां पीडीएस के गेहूं की तुलाई होती है और वहंा से राशन की दुकानों पर भेजा जात है और यहीं पर बने गोदामों में शासकीय राशन का भंडारण कर बेचने की सूचना जैसे ही टै्रैक्टर सहित खाद्य विभाग को लगी तत्काल धर्मकांटा पर छापामार कार्यवाही की गयी। लेकिन उसके पहले ही राशन को उठा लिया गया था लेकिन तहसीलदार के द्वारा संंबंधित व्यक्तियों को नोटिस देने की बात की जा रही है।
एफसीआई और नागरिक आपूर्ति सहित धर्मकांटा संचालक के द्वारा लंबे समय से पीडीएस गेहूं को बेचा जा रहा था इसकी सूचना खाद्य अधिकारी ऋषि शर्मा और तहसीलदार वीपी सिंह को मिली। तत्काल एक टीम के द्वारा केसर धर्मकांटा हरपालपुर में छापा मारा गया। बताया जा रहा है धर्मकांटा पर बने गोदाम में पीडीएस का गेहूं रखा जाता था जो गलत था क्योकि यहां उसके रखने की अनुमति नहंी होती है सिर्फ तौल होती है लेकिन यहां पर २९ बोरी पीडीएस का गेहूं रखा था। जब अधिकारियों ने छापामार कार्यवाही की तो यह गेहूं नहीं मिला अन्य राशन मिलाा। एफसीआई के कर्मचारी संजय यादव ने कबूला की यहां पर गेहूं था लेकिन वह उठा लिया गया। जिसको लेकर तहसीलदार के द्वारा गेहूं भंडारण करने को लेकर नागरिक आपूर्ति केन्द्र प्रभारी अरूण मिश्रा और एफसीआई के कर्मचरी संजय यादव को नोटिस देने की बात कही जा रही है क्येाकि यहां पर राशन भंडारण की अनुमति नहीं है।
ऐसे करते है कालाबाजारी
दरअसल जो एफसीआई से राशन नागरिक आपूर्ति के लिये आता है वह पहले रैक प्वाइंट पर उतरता है इसके बाद रैंक प्वाइंट से वह ट्रकों में लदकर धर्मकांटा पर पहुंचता है। जहां तौल होने के बाद शासकीय राशन की दुकानों पर पहुंचाने के लिये नागरिक आपूॢत नान को दिया जाता है। लेकिन उसके पहले इससे संबंधित कर्मचारी आपसी जुगलबंदी बनाकर रैक प्वाइंट पर उतरने वाले ट्रकों में लदने वाले राशन की कुछ बोरियों को खराब बताते है। और सस्ते दाम में खरीद लेते है। अगर कोई राशन पानी में भींग जाता है या अन्य किसी कारण खराब हो जाता है उसको भी खरीदते है और गोदाम में रखकर सूखाते है या उसको साफ करवाते है उसके बाद यह राशन फिर व्यापारी को बेच दिया जाता है और मुनाफा कमाया जाता है हालांकि अब इसकी भनक अधिकारियों को लग चुकी है कार्यवाही करने पहुंचे अधिकारियों को राशन नहीं मिला लेकिन भंडारण किये जाने की बात एफसीआई के कर्मचारी के द्वारा कबूली गयी जिस पर संबंधित व्यक्तियों को नोटिस दिये जाने की बात तहसीलदार द्वारा कही जा रही है
बुन्देली न्यूज़
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