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बुधवार, अक्टूबर 07, 2020
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पंधाना
आजादी के 74 वर्षों बाद भी शिक्षा के अभाव में नागरिकों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
प्रधानमंत्री आवास भी संरपच सचिव अपने चहेतों को बाँटने की युक्ति निकाल ही लेते है और इनके लिए अंतिम पंक्ति का जरूरतमंद ग्रामवासी कोई मायने नहीं रखता है,ऐसा आरोप ग्रामवासियों ने लगाया।
केन्द्र एंव प्रदेश सरकार अनेक जनकल्याणकारी योजनातंर्गत सबका साथ,सबका विकास को लेकर अंतिम पंक्ति के उत्थान हेतु नित नये आयाम मे लगी है,किन्तु निचले स्तर पर स्थिति उल्टी नजर आती है ।आज भी भीलखेड़ी पंचायत की महिलाएँ दुरदराज खेतों से पानी लाने को मजबूर है। लाखों रुपयों की लागत की नलजल योजना से एक बूद भी पानी ग्रामीणो को नहीं मिला, पाईप लाईने भी उखड़ गई है।
प्रधानमंत्री आवास योजनातंर्गत पात्र हितग्राहियों की सूची मे भी बंदरबांट का खेल किया गया जिस गरीब आदिवासी मगलु पिता कोकसिंग जिसका सूची मे 8 वें नंबर , राजेश पिता प्रतापसिग का सूची अनूसार 27 नम्बर पर नाम होने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास से वंचित होकर झोपड़ी में जीवन यापन करने को मजबूर है। इमली मोहल्ला वार्ड क्रंमाक 5 एंव 7 ग्राम पंचायत भीलखेड़ी मे बना खेल मैदान भी गायब है,मात्र खानापूर्ति नजर आ रही है। कीचड़ से रोड़ सरोवर है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए भीलखेड़ी ग्राम पंचायत की सभी कार्यों की जांच कर पात्र हितग्राहीयों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर राहत प्रदान करने की प्रार्थना की है।
बुन्देली न्यूज़
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