महोबा जिले में माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता का क्या हाल होगा

बुन्देली न्यूज़,
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महोबा जिले में माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता का क्या हाल होगा |




 जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र में ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सामने जहाँ लाइव टुडे टीवी चैनल के पत्रकार दीपक बाजपेई पर कवरेज के दौरान एक माफिया पुष्पेंद्र नायक ने जानलेवा हमला कर दिया , पत्रकार किसी तरह वहाँ से बचकर निकला और फोन से पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले की जानकारी दी , और घटना के दूसरे दिन थाने पहुँचकर शिकायती पत्र दिया |


लेकिन अंधेर तो यह है कि पुलिस ने माफिया पर कार्यवाही करने की वजाय उल्टा पत्रकार के खिलाफ ही प्रार्थना पत्र लिखवा कर ले लिया |

मामला थाना श्रीनगर कस्बे के बजरंग कालोनी का है जहाँ 04 अक्टूबर को शाम 5 बजे के लगभग एक जेसीबी मशीन राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे लगे हरे भरे पेड़ों को जमींदोज कर रही थी जिसको देखकर पत्रकार ने वीडियो बनाये और वन विभाग के अधिकारियों को फोन से मामले की जानकारी दी , सूचना पर पहुँचे वनकर्मियों को देख वहाँ मौजूद स्टाफ जेसीबी लेकर भाग गए , वन विभाग के कर्मियों ने मौका मुआयना किया | उसके बाद जब पत्रकार दीपक बाजपेई श्रीनगर कस्बा स्थित वन विभाग की चौकी से महोबा के लिए निकला तो वहाँ अपने साथियों के साथ पहले से घात लगाए बैठा जेसीबी मशीन का मालिक व क्षेत्र का खनन व वन माफिया पुष्पेंद्र नायक गाली गलौज करते हुए पत्रकार पर झपटा और गाड़ी में बैठे पत्रकार की गर्दन दबाने लगा पत्रकार किसी तरह वहाँ से छूटकर अपनी चार पहिया गाड़ी से महोबा की तरफ भागा, लेकिन इस माफिया ने अपने चार पाँच अन्य असलहाधारी साथियों के साथ पीछा किया और लगभग दो किलोमीटर आगे जाकर सड़क पर आगे गाड़ी लगाकर खड़े होकर रोकने का प्रयास किया, जब पीड़ित पत्रकार ने गाड़ी नहीं रोकी तो ये फिर से पीछे लग गया और लगभग 15 किलोमीटर तक पीछा किया इस दौरान इसने कई बार गाड़ी मारने का प्रयास भी किया | उक्त माफिया पुष्पेंद्र नायक ने गाली गलौज करते हुए पत्रकार को जान से मारने या किसी फर्जी मामले फंसाने की धमकी दी है | हालांकि पत्रकार ने एसपी महोबा को फोन कर मामले की सूचना दी और दूसरे दिन सुबह थाना श्रीनगर जाकर प्रार्थना पत्र दिया और न्याय की गुहार लगाई |


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