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सोमवार, मार्च 15, 2021
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कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई टी.एल. बैठक
कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समयावधि पत्रों और सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर अविलंब निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पूर्व सभी संबंधित विभाग हितग्राहीमूलक स्वरोजगार योजनाओं के प्रकरणों का निराकरण करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक के दौरान अवैध कब्जा हटाने, पार्किंग व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने, राजस्व विभाग के सर्वे कार्य में तेजी लाने, लंबित अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों का निराकरण करने सहित नपा सीएमओ और राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी को निर्माण कार्य के दौरान शहर में टूटी पाइप लाइन को दुरूस्त कराने, छात्रवृत्ति वितरण, किसान कल्याण योजना के पंजीयन और राशि भुगतान, रबी फसल पंजीयन, हैण्डपम्प मरम्मत और सड़क रखरखाव के संबंध में निर्देश दिए।
लापरवाही पर लगेगा जुर्माना
कलेक्टर ने कहा कि अधिकारी गंभीरता के साथ सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को निराकृत करें। इसी तरह प्रतिमाह जारी होने वाली जिलों की रैंकिंग में टाॅप 5 स्थान के लिए आगामी एक सप्ताह में अभियान चलाकर संतुष्टिपूर्वक तरीके से समाधान कर प्रकरण निराकृत करना सुनिश्चित करें। उन्होंने राजस्व विभाग के तहसीलवार प्रकरणों की समीक्षा करते हुए हितग्राही और पटवारी के समन्वय से प्रकरणों के निराकरण पर जोर दिया। इसके साथ ही कार्य में लापरवाही बरतने वाले पटवारियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताह से 500 दिवस से अधिक समयावधि के लंबित प्रकरण रहने पर संबंधित अधिकारी पर 250 रूपए जुर्माना अधिरोपित करने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने 1000 दिवस से अधिक समयावधि के स्कूल शिक्षा विभाग के 2, पशुपालन एवं डेयरी विभाग, वन और वित्त विभाग के 1-1 प्रकरण के तत्काल निराकरण के लिए भी निर्देशित किया।
उन्होंने टीएल बैठक में नायब तहसीलदार सुश्री अंजू लोधी को बगैर जानकारी के उपस्थित रहने पर फटकार लगाई।
स्कूल में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं
कलेक्टर ने सभी जिलाधिकारियों से प्रति सप्ताह स्कूल और स्वास्थ्य केन्द्रों के निरीक्षण के संबंध में जानकारी ली और कहा कि भविष्य में भी इसी तरह भ्रमण कर शैक्षणिक संस्थाओं में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने का प्रयास करें और स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित पूर्णा अभियान की माॅनिटरिंग भी अनिवार्य रूप से करने, सभी जनपद पंचायत सीईओ को स्कूल गोद लेने और देरी के आंगनबाड़ी केन्द्र को स्वयं के भवन में तत्काल शिफ्ट कराने के लिए भी कहा।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान प्रायः सभी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम मिली है। बच्चों का अक्षर ज्ञान बढ़ाने और विषयों में निपुणता के लिए नियमित रूप से बच्चों की स्कूल में उपस्थिति जरूरी है। जिला शिक्षा अधिकारी व्यक्तिगत रूचि लेकर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दें। इसके साथ ही जिलाधिकारियों द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही भी सुनिश्चित करें।
भविष्य में दोबारा इस तरह की लापरवाही मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध भी कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
उन्होंने सभी शिक्षकों की मुख्यालय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कम उपस्थिति वाले स्कूल प्राचार्यों की वेतन कटौती की कार्यवाही करें। इसके साथ ही गत दिवस ईई पीएचई श्री महेन्द्र सिंह के करारागंज हायर सेकेण्डरी स्कूल के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहे शिक्षकों के दो-दो दिवस का वेतन कटौती के निर्देश दिए।
उप स्वास्थ्य केन्द्र करारागंज के एएनएम और एमपीडब्ल्यू के वेतन राजसात की कार्यवाही के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने आगाह किया कि भविष्य में भी इस तरह की कार्यवाही जारी रहेगी। महाराजा महाविद्यालय के प्राध्यापक को कैरियर काउंसलिंग सत्र आयोजित करने और लाइबे्ररी में गरीब बच्चों को यूपीएससी और एमपीपीएससी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए पुस्तकें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
कोविड वैक्सीनेशन की करें लक्ष्यपूर्ति
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में 60 अथवा इससे अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों का कोविड वैक्सीनेशन कराएं और चिन्हित ग्रामों में निर्धारित समय दोपहर 2 बजे तक लक्षित व्यक्तियों के नहीं पहुंचने पर शेष व्यक्तियों का टीकाकरण कराएं। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर लक्ष्यपूर्ति करें। कार्य में लापरवाही बरतने पर संबंधित एसडीएम के विरूद्ध कार्यवाही की चेतावनी दी।
इसके अतिरिक्त सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण भी सुनिश्चित करें। इसके साथ-साथ टीकाकरण केन्द्र तक पहुंचने में अक्षम वृद्धजनों को वाहन के माध्यम से टीकाकरण केन्द्र पर लाएं और चिन्हित बीमारियों से ग्रसित 45 से 60 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों का भी अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराएं। उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति कोरोना से बचाव के लिए रोको-टोको अभियान शुरू करें। सभी एसडीएम लोगों को मास्क के लिए जागरूक कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी सुनिश्चित कराएं।
उन्होंने बिजावर, बक्स्वाहा और गौरिहार विकासखण्ड में कम संस्थागत प्रसव पर नाराजगी जताई और इसमें सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं के एएनसी चेकअप का दायरा भी बढ़ाएं। इसके साथ ही इस कार्य को प्राथमिक दायित्व नहीं समझने वाली एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये
प्रत्येक विकासखण्ड में होंगी एक-एक आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और सीईओ को एक-एक ग्राम पंचायत गोद लेकर उसे आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चयनित ग्राम पंचायत में स्कूल, छात्रावास, स्वास्थ्य केन्द्र सहित सभी मूलभूत सुविधाएं दुरूस्त रहना चाहिए। साथ ही यह ध्यान रखा जाए कि ऐसे ग्राम पंचायत में रोजगार के लिए पलायन शून्य हो, मनरेगा कार्य गुणवत्ता के साथ हों, नाली और पक्की सड़क गुणवत्तापूर्ण तरीके से निर्मित होने के साथ ही स्ट्रीट लाइट और पेयजल व्यवस्था भी दुरूस्त हो।
इसी तरह इन ग्रामों में खेती और अन्य योजनाओं का लाभ भी हितग्राहियों को मिलने के साथ-साथ स्व-सहायता समूह की गतिविधियां बढ़ाने और खेती की जमीन का समुचित उपयोग करने की जिम्मेवारी भी तय की जाए। इन ग्रामों में सभी संबंधित अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जिम्मेवार होंगे। इसी तरह प्रत्येक सप्ताह की गतिविधियों से अवगत कराने की जिम्मेवारी भी अधिकारियों की होगी।
आदर्श एवं आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत में छतरपुर विकासखण्ड की पिपौराकलां, गौरिहार विकासखण्ड की परेई, लवकुशनगर विकासखण्ड की ज्यौराहा, नौगांव विकासखण्ड की टटम, बिजावर विकासखण्ड की बम्हौरी, बड़ामलहरा विकासखण्ड की बमनौराकलां, राजनगर विकासखण्ड की खैरी और बक्स्वाहा विकासखण्ड की सुनवाहा ग्राम पंचायत शामिल है।
आयुष्मान कार्ड में प्रगति लाएं
कलेक्टर ने सभी एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ और पीओ डूडा की आयुष्मान कार्ड के लिए जिम्मेवारी तय करते हुए कहा कि छतरपुर जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाई जाए। काॅमन सर्विस सेंटर के जरिए कार्ड बनवाने में हितग्राही को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होना चाहिए।
कलेक्टर ने छतरपुर जिले को आकांक्षी जिलों की श्रेणी के प्रत्येक पायदान पर अव्वल रहने के लिए तथ्यों को अपडेट करने सहित सभी समुचित प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले की रैंकिंग खराब रहने पर संबंधित विभाग के अधिकारी जिम्मेवार होंगे। बैठक में अपर कलेक्टर श्री बी.बी. गंगेले सहित सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।
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