By -
बुधवार, दिसंबर 28, 2022
0
धसान नदी में 8 लिफ्टर एवं बड़ी मशीनों हो रहा रेत उत्खनन,
हरपालपुर। छतरपुर जिले में रेत माफियाओं की मर्जी के आगे प्रशासन भी नतमस्तक है। जहां चाहे वहां से रेत निकाल रहे हैं।
दबंगई इतनी है उनको प्रशासन का कोई डर नहीं खनिज विभाग की मेहरबानी से चल रहे रेत के गोरखधंधे में जिले की नदियां छलनी हो रही है। इस वैध व अवैध कारोबार का हिस्सा राजस्व, पुलिस, और खनिज अधिकारियों तक पहुंच रहा है। यही कारण है कि अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के पहले ही अफसर खुद बता देते हैं कि आज रेत नहीं निकालनी है। चाहे हरपालपुर थाना क्षेत्र का लहदरा हो या चपरन हो जहां रेत माफ़िया धसान नदी का अवैध रूप से रेत निकाल रहे हैं।
जिले में रेत के कारोबार का बड़ा गोरखधंधा है। जिले के रेत माफियाओं ने इस बार टीला अलीपुरा में धसान नदी के वैध खदान जिनमें रेत खनन करने के लिये रेत माफियों द्वारा 8 लिफ्टर लगा कर धसान नदी की धारा रोक कर बेहिसाब तरीके से खनन किया जा रहा है।, लेकिन इन खदानों की रॉयल्टी के नाम बड़े पैमाने पर अवैध रेत निकाली जा रही है। टीला,बंशीबत,अलीपुरा, खकोरा, पर 8 स्थानों पर लिफ्टर लगा कर हैवी खनन मशीनों से रेत उत्खनन किया जा रहा है।
इस पूरे गोरखधंधे में स्थानीय अधिकारियों से लेकर खनिज निरीक्षकों की सीधी मिलीभगत है। जो साफ जाहिर होती हैं। रेत कारोबारियों द्वारा 3 घनमीटर की जगह ओवर लोड 8 से 9 घनमीटर ट्रैक्टर ट्रालियों में रेत लोड की जा रही हैं।
कृषि का पंजीयन, लेकिन रेत का परिवहन
जिले में रेत के अवैध कारोबार में लिप्त ज्यादातर ट्रेक्टर कृषि के लिए पंजीकृत हैं, लेकिन इसका उपयोग रेत के अवैध उत्खनन में होता है। अधिकारी भी कार्रवाई के दौरान कभी भी इस आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध नहीं करते हैंं। इसलिए चंद रुपयों का चालान काटकर ये वाहन फिर से अवैध उत्खनन में लग जाते हैं।
3/related/default