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सोमवार, जून 05, 2023
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पत्रकार पिता से प्रेरित अर्पित ने किया पंद्रहवां रक्तदान,
दुर्लभ रक्त से बचाई कई गंभीर पीड़ितों की जान,
छतरपुर । पिता जीवन का शिक्षक होता है पिता से जो शिक्षा मिलती है वह सर्वाधिक मूल्यवान होती है । पिता से प्रेरित ऐसे ही रक्तदानी हैं युवा उद्यमी अर्पित त्रिपाठी (लकी) रक्तवीर सेवादल के अमित जैन ने बताया कि शहर के वरिष्ठ पत्रकार सत्यनिधि त्रिपाठी (संजू) जो कि स्वयं विषम परिस्थितियों अनेक बार रक्तदान कर चुके हैं और अपने युवा पुत्र अर्पित त्रिपाठी (लकी) को भी बचपन से ही रक्तदान के प्रति जागरूक करते रहे हैं । पिता की शिक्षा और रक्त के लिए भटकते मरीजों के प्रति संवेदना ने अर्पित को रक्तदान करने की प्रेरणा मिली और अपने दुर्लभ रक्त समूह को दान करते हुए कई गंभीर मरीजों की जान बचाने वाले रक्तवीर बन गए । अर्पित अबतक पंद्रह बार रक्त दान कर चुके हैं ।
अर्पित जोकि बहुत रियल ब्लड ग्रुप के मालिक हैं और गंभीर से गंभीर मरीजों की जान अभी तक बचा चुके हैं । जिला अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला मरीज नेहा सेन को रक्त की जरूरत पड़ी तब गर्भवती महिला के 2 दिन से परेशान परिजनों ने संपर्क तस्वीर सेवादल के अमित जैन से किया जिस पर रेयर ब्लड ग्रुप के धारी अर्पित ने अपने निजी काम छोड़ कर तुरंत ब्लड बैंक जाकर रक्तदान से प्रसूता और गर्भवती गर्भ में पल रहे शिशु की जान बचा कर संदेश दिया कि मेरे पिताजी ने मुझे रक्तदान की शिक्षा दी है इससे ही मैं कई मरीजों की जान अब तक बचा चुका हूं ,आगे भी में पीड़ितों की सेवा में रक्तदान करता रहूंगा सभी से निवेदन है कि वह भी रक्तदान करके देखे अच्छा लगता है।
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