Just click the play button below to start watching the live stream.
अलोपा है चारई मूलभूत सुविधाएं से वंचित जल शिक्षा रोड़ और बिजली
संवाददाता दित्यपाल राजपूत
टीकमगढ़ पलेरा जनपद पंचायत गुडा नजदीक पाली ग्राम पंचायत के अलोपा गांव का है देश आज भले ही विश्व 5 इकोनॉमी बन गया हो पर अलोपा गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरश रहे जी हा आज भी एसा गांव जहां ऐ चारो मूलभूत सुविधाएं गांववासी को नही मिल रही आज हम पहुंचे टीकमगढ़ जिले की पलेरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत गुडा नजदीक पाली के ग्राम अलोपा मे जहां पहुंचते ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का काम चल रहा स्थानीय बीरेंद्र लोधी ने बताया के ऐ भी कछुए की चाल रहा है आगे चालते ही गांव मे प्रवेश करते ही गांव का आंगनबाड़ी केंद्र मिलता है जिस पर ताला लगा हुआ इस पर भी ग्रामीणों ने बताया कि जो यहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है प्रभा मिश्रा जिनका निवास पलेरा मे है जो महीने मे 1 बार गांव आती है और जरुरी कागज और जो काम होता है कर के चली जाती वही गांव ने बताया स्थानीय आंगनबाड़ी सहायिका है वह इनको संरक्षण दिऐ हुऐ जिससे अगर गांव के आदमी शिकवा शिकायत करते हैं तो उनको धवा दमकाकर शिकायत और आवाज दबा दी जाती है इसके और आगे बढ़ते हुए हम पहुंचते हैं जो अभी अभी नल जल योजाना की पानी की टंकी के पाश जहां हमे मिलते है पम्प आपरेटर लखन लाल जो पानी की समस्या बताने के पहले अपनी समस्या बताने लगते हैं बे बताये है कि हमे पम्प आपरेटर का काम करते हुए 3 साल हो गये 1 साल तो ठेकेदार ने पैसा दिया बाकी 2 साल से पंचायत से मिलना जो नही दिया गया वही गांव से हर घर नल कनेक्शन से पेसा मंगाया जो आधे से कम लोगो ने ही दिया वही इस दौरन गांव के कुछ लोग आ गए तो उन्होंने बताया कि कहने को नल जल योजना है साल में खाली 5 महीने ही बोर मै पानी निकल ता है बाकी दिन बंद रहती है उसी मे 3,2 दिन लाईट नही आती है वही हमे आगे चलते ही गांव मिडिल और प्राईमरी स्कूल मिला जहां 1 अध्यापक और अतिथि शिक्षक के भरोसे स्कूल चल रहा और वो भी समय पर नही आते और बच्चो ने कहा जो मिडे मील उसमे 2 पतली रोटी और 1 पतली सब्जी मिलती है अब हम गांव के अंदर जो गांव का बाईपास का रास्ता उस पर जहा मोटरसाइकिल चलना तो दूर आदमी पैदल ही निकल जाऐ तो बड़ी बात है क्योंकि बरसात का मौसम है इष लिए कच्ची गली है जिसमें पानी भर चुका था अब हम पहुंचते गांव जहां पर कुछ घरो मे लाईट कुछ मे नही वही जब कारण पूछा गया तो बताया गया कि यहा जो ग्रामीण अटल ज्योति का टांसफार्मर था तीन साल पहले ही जल चुका जब से अधिकारीयों के चक्कर लगा लगा के परेशान वही गांव ने बताया हम लोग हर सितंबर अक्टूबर मे विधुत विभाग एक मुस्त 1/से 2 लाख पहुचाते है
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें
(
Atom
)
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें