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छतरपुर में एक रुपये के सिक्के से करोड़ों की फैक्ट्री सील, कॉपीराइट उल्लंघन से जुड़ा है मामल
छतरपुर शहर के ओरछा रोड थानांतर्गत शहर के नारायणपुरा रोड पर स्थित कृष्णा इंडस्ट्रीज पीव्हीसी, HDP पाइप के निर्माता एवं गवर्मेंट सप्लायर प्रो. सीमा गुप्ता के यहां दिल्ली डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से आदेश का हवाला देते हुए कानूनी फर्म नवकार एसोसिएट से अधिवक्ता नमृता जैन, विजय सोनी सहित पांच सदस्यीय टीम संचालित फैक्ट्री पर पहुंचे। टीम द्वारा बताया कि छतरपुर पुलिस अधीक्षक को 863, 123 सूचना दी गई है। लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचना नहीं दी गई। सूचना दिए बिना ही गोदाम फैक्ट्री पर पहुंच कर काम बंद करवा दिया। जानकारी लगते ही एसडीएम अखिल राठौर और तहसीलदार, नायब तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। कानूनी फर्म नवकार एसोसिएटस अधिवक्ता नम्रता जैन ने स्वीकारा कि हमने जिला प्रशासन को जानकारी नहीं दी है। हमने पुलिस अधीक्षक छतरपुर को इसकी सूचना दी है, जिसका लेटर उन्होंने एसडीएम अखिल राठौर को दिखाया। दिल्ली कोर्ट का आदेश पढ़ने के बाद एसडीएम की टीम वहां से वापस लौट गई।
दिल्ली से आई पांच सदस्यीय टीम ने अपनी कार्रवाई पूरी की और स्टॉक का मिलान कर, वीडियो ग्राफी करने के बाद लिखा-पढ़ी करते हुए देर रात में दिल्ली कोर्ट के द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर अमन शर्मा की मौजूदगी में फैक्ट्री को सील कर दिया। निश्चित ही छतरपुर में पहली बार ऐसी कार्रवाई हुई, जिसमें कानूनी फर्म द्वारा किसी फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई की गई हो और इस कार्रवाई को फैक्ट्री संचालक ने अवैधानिक कार्रवाई बताया।
फैक्ट्री संचालक जानकी गुप्ता का कहना है कि गलत तरीके से कानूनी फर्म नवकार एसोसिएटस के द्वारा कार्रवाई की गई है। मेरे पास एटीएस किसान के नाम से रजिस्टर्ड फर्म है, जो भारत सरकार से रजिस्टर्ड है, जिसके नाम से ही पाइप का विक्रय किया जा रहा है। इसके मैंने टीम को दस्तावेज भी दिखाए। लेकिन उन्होंने मेरे दस्तावेजों को नहीं माना। आज कुछ वकील आए हैं, जो अपने आप को दिल्ली कोर्ट से आना बता रहे हैं।
फैक्ट्री संचालक जानकी गुप्ता ने बताया कि किसान का ब्रांड अलग है और हमारा ब्रांड एटीएस किसान के नाम से है। साथ ही हमारा मोनो उनके मोनो से भी अलग है। लेकिन फिर भी हमारी फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। जानकी गुप्ता ने कहा कि फैक्ट्री को अवैधानिक तरीके से सील किया गया। किसान ब्रांड और एटीएस किसान ब्रांड दोनों अलग हैं। मोनो अलग है तो कैसे कॉपीराइट उल्लंघन है। दिल्ली कोर्ट का हवाला देकर जो लोग आये हैं। उनके खिलाफ इस मामले को लेकर हम कोर्ट में भी जायेंगे। हालांकि, कार्रवाई के दौरान कृष्णा एसोसिएट के संचालक का बीपी बढ़ जाने के कारण स्वास्थ्य बिगड़ गया। आनन-फानन में तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
दिल्ली से आई पांच सदस्यीय टीम ने अपनी कार्रवाई पूरी की और स्टॉक का मिलान कर, वीडियो ग्राफी करने के बाद लिखा-पढ़ी करते हुए देर रात में दिल्ली कोर्ट के द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर अमन शर्मा की मौजूदगी में फैक्ट्री को सील कर दिया। निश्चित ही छतरपुर में पहली बार ऐसी कार्रवाई हुई, जिसमें कानूनी फर्म द्वारा किसी फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई की गई हो और इस कार्रवाई को फैक्ट्री संचालक ने अवैधानिक कार्रवाई बताया।
फैक्ट्री संचालक जानकी गुप्ता का कहना है कि गलत तरीके से कानूनी फर्म नवकार एसोसिएटस के द्वारा कार्रवाई की गई है। मेरे पास एटीएस किसान के नाम से रजिस्टर्ड फर्म है, जो भारत सरकार से रजिस्टर्ड है, जिसके नाम से ही पाइप का विक्रय किया जा रहा है। इसके मैंने टीम को दस्तावेज भी दिखाए। लेकिन उन्होंने मेरे दस्तावेजों को नहीं माना। आज कुछ वकील आए हैं, जो अपने आप को दिल्ली कोर्ट से आना बता रहे हैं।
फैक्ट्री संचालक जानकी गुप्ता ने बताया कि किसान का ब्रांड अलग है और हमारा ब्रांड एटीएस किसान के नाम से है। साथ ही हमारा मोनो उनके मोनो से भी अलग है। लेकिन फिर भी हमारी फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। जानकी गुप्ता ने कहा कि फैक्ट्री को अवैधानिक तरीके से सील किया गया। किसान ब्रांड और ATS किसान ब्रांड दोनों अलग हैं। मोनो अलग है तो कैसे कॉपीराइट उल्लंघन है। दिल्ली कोर्ट का हवाला देकर जो लोग आये हैं। उनके खिलाफ इस मामले को लेकर हम कोर्ट में भी जायेंगे। हालांकि, कार्रवाई के दौरान कृष्णा एसोसिएट के संचालक का BP बढ़ जाने के कारण स्वास्थ्य बिगड़ गया। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
छापेमारी कार्रवाई के दौरान हमारी बातचीत वहां काम करने वाले कर्मचारी और मजदूरों से हुई।उनका कहना था कि हमें नहीं मालूम क्या नकली कुछ असली और क्या ब्रांड है। साहब हम तो 400 रुपये रोज के (पुरुष कर्मचारी) मजदूर हैं। इसी से हमारा घर चलता था। आज की छापेमारी में हमारी दिहाड़ी मारी गई। अगर फैक्ट्री बंद सील हो गई तो हमारा तो काम चला जाएगा। हमें तो खाने के लाले पड़ जाएंगे, दिवाली भी आ रही है। वह वैसे भी नीरस होती थी। इस बार और भी नीरस होगी। जब पेट की आग बुझेगी, तब न दीवाली माना पाएंगे। घर में सब्जी को तेल हो जाये यही काफी है। दीवाली के दीपक तो उसके बाद की बात है।
किसान इरिगेशंस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के लीगल एडवाइज़र नवकार एसोसिएट्स अधिवक्ता नम्रता जैन, विजय सोनी और पारस जोशी द्वारा बताया गया कि नकल कर रही पाइप की कंपनी पर सोमवार को बड़ी कार्रवाई की गई है। कंपनी को लगातार शिकायत मिल रही थी कि छतरपुर में नकली पाइप निर्माता कृष्णा इंडस्ट्रीज कंपनी द्वारा एटीएस किसान के नाम से नकली पाइप मार्केट में बेचे जा रहे हैं, जो की हूबहू प्रसिद्ध कंपनी किसान इरिगेशंस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के ब्रांड किसान की तरह ही दिखता है। जो किसान इरिगेशंस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के रजिस्टर्ड व्यापार चिन्ह और रजिस्टर्ड कॉपीराइट स्टाइल का उल्लंघन है।
इसके बाद किसान इरिगेशंस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा दिल्ली वाणिज्यिक न्यायालय में नवकार एसोसिएट्स की अधिवक्ता नम्रता जैन, विजय सोनी द्वारा वाद दायर किया गया था, जिस पर दिल्ली कोर्ट के द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर अमन शर्मा ने ओरछा थाना पुलिस के सहयोग से कंपनी के परिसर में पहुंच कर कार्रवाई कर कई पाइप जब्त किये। उक्त कार्रवाई के दौरान किसान कंपनी के एमपी हेड एसपी सिंह भी मौजूद रहे। कार्रवाई में पाया गया कि वहां पर किसान इरिगेशंस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के रजिस्टर्ड व्यापार चिन्ह और रजिस्टर्ड कॉपीराइट का उल्लंघन कर एटीएस किसान के नाम से पाइप बेचे जा रहे हैं, जिसे लोकल कमिश्नर अमन शर्मा के द्वारा सर्च एंड सीज़र कर माल सील किया गया है।
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