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आज भी है सकारात्मक पत्रकारिता की ताकत,
बुंदेलखंड क्षेत्र के 50 से अधिक पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया,
सोशल मीडिया के सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभाव पर संगोष्ठी में बोले वक्ता
खजुराहो। खजुराहो पत्रकार संघ द्वारा बुंदेलखंड स्तरीय पत्रकार सम्मेलन का आयोजन टूरिस्ट विलेज खजुराहो में शुक्रवार को किया गया। आयोजन में सोशल मीडिया के सकारात्मक एवं नकारात्मक प्रभाव विषय पर संगोष्ठी हुई। आयोजन में अतिथि के रूप में जलपुरुष संजय सिंह, आईएनडी 24 के चैनल हैड नवीन पुरोहित, जी न्यूज के पॉलिटिकल एडीटर ब्रह्म प्रकाश दुबे, नव दुनिया के संपादक देवदत्त दुबे, गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ राकेश मिश्रा, राजनगर विधायक अरविंद पटेरिया, जिला जनसंपर्क अधिकारी हिमांशी बजाज, बांदा के पत्रकार अनिल शर्मा, बुंदेली बौछार के सचिन चौधरी, भांडेर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राजीव राजौरिया, नगर परिषद खजुराहो के अध्यक्ष अरुण अवस्थी, सीएमओ बसंत चतुर्वेदी, राजनगर नगर परिषद अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा उपस्थित रहे। इस अवसर पर बुंदेलखंड क्षेत्र में पत्रकारिता समाज सेवा और जन सेवा करने वाले अधिवक्ताओं पत्रकारों समाजसेवियों को भी शाल श्रीफल शील्ड देकर के मंच पर सम्मानित किया गया ।इस कार्यक्रम की गरिमा बनाए रखने में खजुराहो पत्रकार संघ का अद्भुत सहयोग रहा ।सभी ने संगठित होकर के कार्यक्रम को सफल बनाने में एकता संगठन का परिचय दिया ।
कार्यक्रम की सफलता के लिए बुंदेलखंड क्षेत्र के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी ने आयोजन समिति को बधाई दी । वह अस्वस्थ होने के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके ।
जलपुरुष संजय सिंह ने कहा कि सकारात्मक पत्रकारिता की ताकत आज भी है लेकिन संवेदनशीलता में गिरावट आई है। हमें अपने को भी बदलना पड़ेगा।
विधायक अरविंद पटेरिया ने कहा कि लोग सोचते हैं कि कुछ काम नहीं तो चलो राजनीति करें। जबकि राजनीति कोई धंधा नहीं है। राजनीति में भी सब अच्छे नहीं हैं और राजनीति बिना पत्रकारों के नहीं हो सकती। समाज में अच्छे काम के लिए उन्हें पत्रकार बाध्य करते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज को कमियां नहीं बताएंगे तो सुधार कैसे होगा। लेकिन नकारात्मकता की सोच बदलने की जरूरत है। हमारी आपकी सोच पॉजिटिव होगी तभी समाज और देश का भला होगा। अच्छी चीजें सोशल मीडिया पर न डालने से समाज का नुकसान होगा।
नवीन पुरोहित ने कहा कि पत्रकारिता बाहर उजली है पर अंदर काली है। जब आप सच बोल नहीं सकें तो चुप हो जाएं। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया की सत्यता नहीं है। सोशल मीडिया धारणा बनाने का काम करती है। ब्रह्म प्रकाश दुबे ने बताया कि देश में 44 करोड़ लोग सोशल मीडिया पर हैं। सोशल मीडिया का सावधानी से उपयोग न करने पर बड़ी विसंगतियां हो जाती हैं। इसलिए पत्रकार खबर को खबर के तौर पर चलाएं।
सचिन चौधरी ने बुंदेली में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पत्रकारिता है ही नहीं।पत्रकारिता के लिए मापदंड की जरूरत बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए स्नातक होना जरूरी है। सकारात्मक काम करने से आत्म संतुष्टि मिलती है।
डॉ राकेश मिश्र ने कहा कि सोशल मीडिया का अपना स्थान है लेकिन प्रिंट मीडिया की भूमिका आज भी बरकरार है। लोगों की भी मानसिकता बदल गई। पत्रकार सामाजिक क्रांति के बड़े योद्धा हैं। पत्रकारों के एक एक शब्द, भाव में ताकत है। उन्होंने कहा कि हम अपने गांव की सकारात्मक घटना सोशल मीडिया में पोस्ट करें। क्योंकि अच्छी बातों से लोगों को प्रेरणा मिलती है।
पीआरओ हिमांशी बजाज ने कहा कि सोशल मीडिया के पत्रकार विश्वसनीय सूत्र रखें। हमें खबर का स्तर बनाए रखने का काम करना होगा। अपने को पत्रकार कहें तो क्वालिटी को मेंटेन करें। सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाकर जिम्मेदार पत्रकार बनें। अनिल शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया ने मोनोपाली तोड़ी है। अब कोई खबर दबाई नहीं जा सकती। वरिष्ठ पत्रकार हरि प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि खजुराहो के विकास के लिए पर्यटन का टूरिस्ट सर्किट और इंदौर ले जाया गया भारत सरकार का पर्यटक कार्यालय खजुराहो वापस लाया जाना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि प्रिंट मीडिया से शुरू पत्रकारिता आज सोशल मीडिया तक आ गई है। लेकिन सोशल मीडिया में विश्वसनीयता की कमी है। सोशल मीडिया की सकारात्मक पत्रकारिता जहां विकास करती है वहीं नकारात्मक पत्रकारिता विध्वंश करती है। हमें इससे बचना चाहिए।
प्रारंभ में कार्यक्रम के संयोजक राजीव शुक्ला ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी तथा सह संयोजक सुनील पांडे ने स्वागत भाषण दिया। संचालन शिवेंद्र शुक्ला ने किया।
खजुराहो पत्रकार संघ के अध्यक्ष गौरव मिश्रा ने आभार जताया।
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