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शनिवार, फ़रवरी 15, 2025
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शिक्षको को नही पता प्रदेश के शिक्षा मंत्री,और मुख्यमंत्री,प्रधान मंत्री का नाम,
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के दौरे से पहले नौगांव से लगभग 15 किलोमीटर दूर शासकीय माध्यमिक विद्यालय आमखेरा और प्राथमिक शाला खज्जू का पुरवा ईसानगर विकासखंड की है जहां शिक्षा व्यवस्था की पोल खुली! मास्टर साहब को नहीं पता शिक्षा मंत्री का नाम,बच्चे भी प्रधानमंत्री का नाम बताने में असमर्थ! आप को बता दें
छतरपुर जिले में 23 फरवरी को प्रधानमंत्री और 26 फरवरी को राष्ट्रपति के संभावित दौरे से पहले जिले की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने की कवायद जोरों पर है। लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। स्कूलों की बदहाल स्थिति और शिक्षकों की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। बच्चों को अपने देश के प्रधानमंत्री का नाम तक नहीं पता,और खुद स्कूल के हेडमास्टर रामकुमार रावत और शिक्षा का अर्चना सिंह अपने ही शिक्षा मंत्री का नाम नहीं जानते! यह सवाल खड़ा करता है कि जब शिक्षक ही अनजान हैं, तो वे बच्चों को क्या शिक्षा देंगे?"
स्कूल के अंदरूनी हालात ऐसे हैं जब बच्चों से पूछा गया की भारत के प्रधानमंत्री कौन हैं तो बच्चे चुप रहे और उल्टा सीधा जवाब देते नजर आए ओर हेडमास्टर से सवाल पूछा गया मध्य प्रदेश के वर्तमान शिक्षा मंत्री का क्या नाम है?" हेडमास्टर असमंजस में पड़ गई और उल्टा सीधा जवाब दिया
इतना ही नहीं! जिले में प्रशासन की सख्ती के बावजूद शिक्षकों की गैरहाजिरी भी सामने आ रही है। कलेक्टर पार्थ जैसबाल ने 11 फरवरी से 26 फरवरी तक सभी विभागों के अवकाश रद्द कर दिए हैं, ताकि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के दौरे के दौरान कोई लापरवाही न हो। इसके बावजूद,आमखेरा ग्राम पंचायत के प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती राकेश कुमारी रावत आदेशों की अवहेलना कर रही हैं और 14 फरवरी तक स्कूल से नदारद हैं।
"अब बड़ा सवाल ये है कि क्या प्रशासन इस गैरजिम्मेदाराना रवैये पर कोई कड़ी कार्रवाई करेगा? क्या इन शिक्षकों पर कोई सख्त कदम उठाया जाएगा? या फिर यह मामला भी फाइलों में ही दबकर रह जाएगा
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