छतरपुर स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स भर्ती घोटाला: कलेक्टर का आदेश रद्दी की टोकरी में!

छतरपुर स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स भर्ती घोटाला: कलेक्टर का आदेश रद्दी की टोकरी में!

बुन्देली न्यूज़,
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छतरपुर स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स भर्ती घोटाला: कलेक्टर का आदेश रद्दी की टोकरी में!

छतरपुर: छतरपुर के स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स भर्तियों को लेकर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। कलेक्टर के आदेश के बावजूद, इन नियुक्तियों को रद्द नहीं किया जा रहा है।
मामला क्या है?
 छतरपुर के स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स भर्तियों में भारी अनियमितताओं का खुलासा किया गया था।
  जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए, जिसमें घोटाले की पुष्टि हुई।
  कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने सभी आउटसोर्स नियुक्तियां रद्द करने का आदेश दिया।
 संभागायुक्त ने सीएमएचओ डॉ. आर.पी. गुप्ता को निलंबित कर दिया।
कलेक्टर का आदेश हवा में!
  कलेक्टर के स्पष्ट आदेश के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स कर्मचारी अभी भी काम कर रहे हैं।
 यह कलेक्टर के आदेश की खुली अवहेलना है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
 लोगों में भारी आक्रोश है, और वे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सीएमएचओ पर गंभीर आरोप:
 निलंबित सीएमएचओ डॉ. आर.पी. गुप्ता पर भर्ती प्रक्रिया में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है।
 उन्होंने अपनी चहेती कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को ताक पर रख दिया।
  उन पर अन्य वित्तीय अनियमितताओं के भी आरोप हैं।
कानूनी पेंच:
  इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज हो सकता है।
 दोषी पाए जाने पर अधिकारियों को जेल भी हो सकती है।
  लेकिन, कलेक्टर के आदेश के बावजूद कार्रवाई न होना, मामले को उलझा रहा है।
जनता की मांग:
 जनता इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रही है।
 लोगों का कहना है कि प्रशासन को अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
यह मामला छतरपुर में चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।

मामला गंभीर है जांच का विषय है

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